समझने की,
कुछ जानने की,
आदत,
रोमांचित करती है,
हर पल जीवित रखती है,
जित की ख़ुशी,
हार का दर्द,
मिलने का रस,
बिछड़ने का छोभ,
सफलता-बिफलता,
आशा-निराशा,
सुख-दुःख,
महशुस होता है,
संबेद्नाये प्रकम्पित करती है,
भीतर तक गहरे,
प्रभाबित करती है,
बस “बुलबुले” के फूटते ही,
सब कुछ अदभुत सा लगता है,
रोमांचित सा करता है,
विविध विद्या-कला,
शब्द-रूप-रस-गंध-स्पर्श,
में लीन बिलिन,
शुध-बुध खो सा जाता है,
स्वयं दृश्य और स्वयं ही द्रष्टा,
स्वप्न से बहार जीवित-जागृत,
जिवंत होने
का ही तो प्रमाण है,
1 comment:
Very Nice Poem
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